(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने क्या उपाय सुझाया है?
अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने बड़ा ही कारगर उपाय सुझाया है। स्वभाव की निर्मलता के लिए आवश्यक है कि मनुष्य का मन निर्मल हो। मन तभी निर्मल रह सकता है जब हम उसे विकारों से मुक्त रखेंगे । इसके लिए आवश्यक है कि हम बुरे काम न करें। कबीर ने कहा है कि हमें अपने आलोचक से मुँह नहीं फेरना चाहिए। हमें सदा निंदक अर्थात आलोचना करनेवाले को सम्मान सहित आँगन में कुटी बनाकर रखना चाहिए । ऐसा होने से आलोचक हमारी कमियों को बताता रहेगा ताकि हम उन्हें दूर कर सकें। जिससे मनुष्य के स्वभाव में निर्मलता का भाव उत्पन्न होता है।